पुरवाई
सोमवार, 31 दिसंबर 2012

गज़ल: अनवर सुहैल

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1 हदों  का सवाल है बवाल ही बवाल है दिल्ली या लाहौर क्या सबका एक हाल है कल...
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शनिवार, 15 दिसंबर 2012

प्रेम नंदन की कविता

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बूढ़ी साईकिल            प्रेम नंदन मेरे मोहल्ले की एक बूढ़ी, जर्जर साईकिल अपनी पीठ पर पूर...
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रविवार, 25 नवंबर 2012

आया है एक नया सवेरा

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चातुरमास सोनल भट्ट कक्षा -12 हे ! चातुरमास तू हर वर्ष आना मेरी धरती को उसका गहना देना खेतों में झूमती फसले...
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बुधवार, 21 नवंबर 2012

धन्नासेठ प्रकाशक और हिन्दी कवि की विपन्नता का आख्यान: सौदा

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    अनवर सुहैल धन्नासेठ प्रकाशक और हिन्दी कवि की विपन्नता का आख्यान: सौदा   बाबा नागार्जुन के सृजन के केन्द्र में था आ...
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