पुरवाई
सोमवार, 29 जुलाई 2013

जो मारे जाते- शिरोमणि महतो

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जो मारे जाते वे एक हाँक में दौड़े आते सरपट गौओं की तरह वे बलि-वेदी पर गर्दन डालकर मुँह से उफ्फ भी नहीं करते बिलकुल भेड़ों की तरह.. वे मंदिर...
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सोमवार, 8 जुलाई 2013

पंखुरी सिन्हा की कविताएं

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इनकी रचनाएं अब तक हंस , वागर्थ , पहल , नया ज्ञानोदय , कथादेश , कथाक्रम , वसुधा , साक्षात्कार , अभिव्यक्ति , जनज्वार , अक्षरौट...
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