पुरवाई
शनिवार, 31 अक्टूबर 2015

यदि तुम नंगे हो : प्रेम नंदन

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                                                                                                   प्रेम नंदन       हमारे समय ...
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मंगलवार, 27 अक्टूबर 2015

कथासाहित्य में उभरते समकालीन प्रश्न और परमानन्द श्रीवास्तव के उत्तरआधुनिक जबाब-अंगद कुमार सिंह

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                                                        अंगद कुमार सिंह संक्षिप्त परिचय                                   ...
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रविवार, 4 अक्टूबर 2015

विक्रम सिंह की कहानी : पसंद - नापसंद

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     वह सिगरेट का कश लेकर धुएं को छोड़ता जा रहा था। मोबाइल को कई बार उठाता है। फिर रख देता है। '' क्या इतने सालों बाद उसे ...
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सोमवार, 28 सितंबर 2015

समीक्षा - नमि मेरी आँखें : गोवर्धन यादव

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                स्टार पब्लि केशंन प्रा.लि. से प्रकाशित कविता संग्रह “ नमि मेरी...
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रविवार, 20 सितंबर 2015

बेटियों का भी हो सम्मान : प्रदीप लाल आर्य

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उत्तराखण्ड के टिहरी गढ़वाल में जन्में बी 0 ए 0 की पढ़ाई कर रहे प्रदीप लाल आर्य ने इधर कुछ कविताएं लिखने की कोशिश की है। एकाध पत्र -प...
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रविवार, 13 सितंबर 2015

शैलेय की चार कविताएँ

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  कविमित्र खेमकरण ‘ सोमन ’ के माध्यम से शैलेय  की ये कविताएं प्राप्त हुई हैं। शैलेय को इनकी छोटी छोटी कविताओं के लिए जाना जाता ह...
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