पुरवाई
बुधवार, 24 अगस्त 2016

सुशांत सुप्रिय की कहानी : बँटवारा

›
    मेरा शरीर सड़क पर पड़ा था . माथे पर चोट का निशान था . क़मीज़ पर ख़ून के छींटे थे . मेरे चारो ओर भीड़ जमा थी . भीड़ उत्तेजि...
मंगलवार, 9 अगस्त 2016

अमरपाल सिंह आयुष्कर की कविताएं

›
जन्म :१ मार्च १९८० ग्राम खेमीपुर,नवाबगंज जिला गोंडा ,उत्तर - प्रदेश             दैनिक जागरण, हिदुस्तान ,कादम्बनी,आदि में  रचनाएँ प्रका...
2 टिप्‍पणियां:
रविवार, 31 जुलाई 2016

साथ जिनके थी सरलता : ठाकुर दास 'सिद्ध'

›
                                              14 सितम्बर 1958 शिक्षा- जबलपुर इंजीनियरिंग कॉलेज से सिविल इंजीनियरिंग में स्नात...
1 टिप्पणी:
शुक्रवार, 22 जुलाई 2016

सुरेश सिंह की गढ़वाली कविता : गों की याद

›
सोचणूं छो मांजी बैठी मैं अपड़ा डेरा मा ओंड़ लगीं छ याद मांजी अपड़ा गों गुठ्यार की तुम्हारु मिथैं खांणू खलैक स्कूल भेजणुं फि...
1 टिप्पणी:
रविवार, 10 जुलाई 2016

अंजनी श्रीवास्तव की कविता : बेटियां

›
शिक्षा : बीएससी , पीजीडीएमएम , डीटीएम कार्य : स्वतन्त्र पत्रकारिता एवं लेखन के सभी आयामों में देश भर में समय - समय पर प...
7 टिप्‍पणियां:
रविवार, 3 जुलाई 2016

कहानी : मजबूरी -सुशांत सुप्रिय

›
    श्री सुशांत सुप्रिय हिन्दी , पंजाबी और अंग्रेज़ी में लिखते हैं. हत्यारे , हे राम , दलदल   इनके कुछ कथा संग्रह हैं , अयोध्या से गुजरात...
2 टिप्‍पणियां:
सोमवार, 27 जून 2016

युवा कवि शिरोमणि महतो की कविताएं

›
     समकालीन रचनाकारों में प्रमुख स्थान रखने वाले शिरोमणि महतो   की कविताएं सरल शब्दों में बड़ा वितान रचती हैं । कवि अपने लोक से कि...
4 टिप्‍पणियां:
‹
›
मुख्यपृष्ठ
वेब वर्शन देखें

मेरे बारे में

ballia, uttar pradesh, India
मेरा पूरा प्रोफ़ाइल देखें
Blogger द्वारा संचालित.