पुरवाई
मंगलवार, 25 जुलाई 2017

हिंदी जगत की समृद्धि के लिए यह एक महत्‍वपूर्ण कदम : धर्मेश कठेरिया

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 रचनाओं के श्रव्य (ऑडियो) अनुबंध के संबंध में   महोदय/महोदया ,           सादर अवगत करना है कि   AVIS   Pvt. Ltd. (Agastya ...
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गुरुवार, 20 जुलाई 2017

गोवर्धन यादव की कविताएं

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1- एक अरसा बीत गया    तुम दिखाई नहीं दीं गौरिया ? और न ही वह झुंड जो  हरदम आता था साथ तुम्हारे- दाना-चुग्गा चुनने कहाँ हो, कहाँ हो गौर...
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रविवार, 9 जुलाई 2017

डॉ. शैलेष गुप्त 'वीर' के दो गीत

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  1- मम्मी से मम्मी देखो बात मान लो ,   बचपन में ले जाओ मुझको। पकड़-धकड़ के , रगड़...
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रविवार, 18 जून 2017

मदन मोहन 'समर' की कविताएं

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1- मतभेद हुआ है मेरे घर की दीवारों में छेद हुआ है। चूल्हे - चौके में शायद मतभेद हुआ है। धूप सुनहरी बाहर...
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