पुरवाई
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शनिवार, 16 जून 2018

लकी निमेष की गजल

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मुहब्बत से सदा खाली रहेगा हमारा दिल सवाली ही रहेगा चला भी आ नही नाराज़ होना   यहाँ तो जिक्र तेरा भी रहेगा भुला देगें ...
शनिवार, 10 जून 2017

लकी निमेष की गजल

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  और ज्यादा मुझपे   तेरा   प्यार होना चाहिये ,,,   ग़म   मिले   लाखो   मगर ग़मख़्वार होना चाहिये !! है यही हसरत...
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