गुरुवार, 28 फ़रवरी 2019

प्रेम नंदन की कविताएं-

  

जन्म:-25 दिसम्बर 1980, फरीदपुर, हुसेनगंज, फतेहपुर, उ0प्र0
शिक्षा:- एम0ए0(हिन्दी), बी0एड0।   
लेखन और आजीविका की शुरुआत पत्रकारिता से। तीन-चार वर्षों तक पत्रकारिता करने तथा लगभग इतने ही वर्षों तक इधर-उधर ’भटकने‘ के पश्चात सम्प्रति अध्यापन के साथ-साथ कवितायें, कहानियां, लघु कथायें एवं समसामायिक लेख आदि का लेखन
प्रकाशनः-कवितायें, कहानियां, लघु कथायें एवं समसामायिक लेख, विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं एवं ब्लाॅगों में प्रकाशन के अलावा अबतक दो कविता संग्रह प्रकाशित।

 प्रेम नंदन की कविताएं-


 1-आग, पानी और प्यास

जब लगती है उन्हें प्यास
वे लिखते हैं
खुरदुरे कागज के चिकने चेहरे पर
कुछ बूंद पानी
और धधकने लगती है आग !

इसी आग की आंच से
बुझा लेते हैं वे
अपनी हर तरह की प्यास!

आग और पानी को
कागज में बांधकर
जेब में रखना
सीखे कोई उनसे !


2-यही तो चाहते हैं वे

 
लड़ना था हमें
भय, भूख, और भ्रष्टाचार के खिलाफ
आम आदमी के पक्ष में !

तैयारी  इसी की
कर रहे थे हम एकजुट होकर
पर उन लोगों को
नहीं था मंजूर यह !

उन्होंने फेंके
कुछ ऐंठे हुए शब्द
हमारे आसपास
और लड़ने लगे हम
आपस में ही !

वे मुस्कुरा रहें हैं दूर खड़े होकर
और हम लड़ रहें हैं लगातार
एक दूसरे से
बिना यह समझे
कि यही तो चाहते हैं वे !


3-देश या वोट बैंक

 
दलित मतदाता
पिछड़ा मतदाता
अगड़ा मतदाता
अल्पसंख्यक मतदाता
बहुसंख्यक मतदाता,

क्या इस देश में
आदमी एक भी नहीं,
सभी मतदाता हैं
गोया यह देश नहीं,
एक वोट बैंक है!

सम्पर्क -उत्तरी शकुन नगर , सिविल लाइन्स , फतेहपुर,
उ0प्र0-212601। मोबा0-09336453835

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