प्यारे सपने
नींद में आते हैं सपने
पास बुलाते हैं सपने
कभी मनमोहक तो कभी
डरावने होते हैं सपने ।
सपने जब डरा जाय
प्यार से सहलाते हैं अपने
परी लोक में ले जाकर
सैर कराते हैं सपने ।।
प्यार से सहलाते हैं अपने
परी लोक में ले जाकर
सैर कराते हैं सपने ।।
कभी दोस्त के घर तो कभी
दुश्मन के घर ले जाते हैं सपने
परंतु यह बात भी सच है कि
प्रश्न पत्र कैसे होंगे
नहीं बताते हैं सपने ।।
दुश्मन के घर ले जाते हैं सपने
परंतु यह बात भी सच है कि
प्रश्न पत्र कैसे होंगे
नहीं बताते हैं सपने ।।
कपिल पांडेय कक्षा-10
बहुत सुंदर
जवाब देंहटाएंअच्छा लगा पढ़कर. मेरी ढेरों शुभकामनाएं कपिल को
जवाब देंहटाएंshabash
जवाब देंहटाएंनवांकुरों को मंच देने के लिए संपादक को ढेर सारी बधाइयाँ !
जवाब देंहटाएंइस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.
जवाब देंहटाएंअशोक कुमार पाण्डेय - अच्छा लगा पढ़कर. मेरी ढेरों शुभकामनाएं कपिल को.
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