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शनिवार, 16 जून 2018

लकी निमेष की गजल




मुहब्बत से सदा खाली रहेगा
हमारा दिल सवाली ही रहेगा

चला भी आ नही नाराज़ होना 
यहाँ तो जिक्र तेरा भी रहेगा

भुला देगें तुझे इक रोज़ आखिर
कहां तक दिल तेरा आदी रहेगा

हमें मालूम है तेरी रजा भी
अगर मर जाऊं तू राजी रहेगा

सबक ऐसा सिखाएगें तुझे हम
भुला देगें यही काफी रहेगा

जरुरत ही नही है अब किसी की
हमारा दर्द ही साथी रहेगा

संपर्क-
Lucky nimesh
greater noida
gautam buddh nagar


nimeshlucky716@gmail.com

शनिवार, 10 जून 2017

लकी निमेष की गजल




 










और ज्यादा मुझपे  तेरा  प्यार होना चाहिये,,,
 ग़म  मिले  लाखो  मगर ग़मख़्वार होना चाहिये!!


है यही हसरत  हमारी,रात दिन पीते रहे,,
 शर्त ये है साथ में मयख़्वार  होना चाहिये!!


पत्थरों  को तोड़ कर मैं भी तराशू  इक हसीँ,,  
ख़ुदा वो हाथ में औज़ार  होना चाहिये!!!


हर ग़मो को बेच  दूँ  मैं इक ख़ुशी के दाम  पर,,  
इश्क़ के बाज़ार  में व्यापार  होना  चाहिए!!


वक़्त का पाबंद  होता रोज़ आता वक़्त पे,,  
! '  लकी' महबूब  को अख़बार होना चाहिए!!!

संपर्क-
Lucky nimesh
greater noida
gautam buddh nagar

nimeshlucky716@gmail.com