ऊधम सिंह नगर, उत्तराखण्ड में 02 जून 1984 को जन्में युवा कवि खेमकरण सोमन के गीत, कविता, कहानी, लेख, समीक्षा आदि का विभिन्न
पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशन हो चुका है।
उनकी तीन कवितायें।
खेमकरण सोमन की कविताएं-
जिस तरह
जाने के बाद असमय माँ के
हो जाना था
इस घर को दो
आँगन को चूल्हे को भी
छोटे भाई-बहनों का तीतर-बीतर और
छोटे भाई-बहनों का तीतर-बीतर और
एहसास दर-दर अनाथ का
कुशलता से लेकिन
लिया संभाल डगमगाते घर को
आँगन को चूल्हे को
और बचा लिया
भाई-बहनों को तीतर-बीतर होने से
और अनाथ भी
कुशलता से लेकिन
लिया संभाल डगमगाते घर को
आँगन को चूल्हे को
और बचा लिया
भाई-बहनों को तीतर-बीतर होने से
और अनाथ भी
नई आईं भाभी ने
जिस तरह
झरने का पानी
गिरता है पहाड़ के चरणों में
हम भाई बहनें
ठीक उसी तरह
प्रणाम करते हैं
गिरता है पहाड़ के चरणों में
हम भाई बहनें
ठीक उसी तरह
प्रणाम करते हैं
अपनी भाभी माँ को।
क्योंकि
ताकत की बातें
मैं नहीं करता
मै करता हूँ
सम्मान की बातें
क्योंकि
मैं जानवर नहीं
एक इन्सान हूँ।
फिर ये बताओ
जरा सोचो और
फिर ये बताओ कि-
क्या ये भी
एक हत्या नहीं जब
एक व्यक्ति कर देता है हत्या
अपने ही
सपने
विचार
इच्छाओं की ।
संपर्क सूत्र -
क्योंकि
ताकत की बातें
मैं नहीं करता
मै करता हूँ
सम्मान की बातें
क्योंकि
मैं जानवर नहीं
एक इन्सान हूँ।
फिर ये बताओ
जरा सोचो और
फिर ये बताओ कि-
क्या ये भी
एक हत्या नहीं जब
एक व्यक्ति कर देता है हत्या
अपने ही
सपने
विचार
इच्छाओं की ।
संपर्क सूत्र -
खेमकरण सोमन
प्रथम कुंज, अम्बिका विहार,
ग्राम व डाक-भूरारानी, रूद्रपुर
जिला-ऊधम सिंह नगर
उत्तराखण्ड-263153
मो0न0- 09012666896
प्रथम कुंज, अम्बिका विहार,
ग्राम व डाक-भूरारानी, रूद्रपुर
जिला-ऊधम सिंह नगर
उत्तराखण्ड-263153
मो0न0- 09012666896